एक दौर था जब उत्तर भारत में डाकुओं का बोलबाला हुआ करता था, उनकी दहशत से अंग्रेज भी कांपा करते थे। मिजाज से बागी डाकू, जमींदारों, साहूकारों के यहां डाका डाला करते थे । डाकू मानसिंह, वीरप्पन, निर्भय सिंह गुर्जर, फूलन देवी जैसे कई नाम हैं जिनसे लोग थर थर कांपते थे । आप जानकर ताज्जुब करेंगे की डाकुओं में भी अच्छे और बुरे डाकू होते थे। इन्हीं में से एक नाम है सुल्ताना डाकू का । सुल्ताना को भारत का रॉबिन हुड भी कहा जाता था क्योंकि सुल्ताना के बारे में कहा जाता था कि वो अमीरों से माल लूटकर गरीबों की मदद करता था। सुल्ताना डाकू पर तो फिल्म भी बनी है, जिसमें डाकू का किरदार निभाया है दारा सिंह ने। लेकिन ये बात शायद ही कोई जानता होगा की सुल्ताना डाकू की हुकूमत का दायरा उत्तराखंड तक फैला था । उत्तराखंड में एक कुंआ है जहां पर सुल्ताना अक्सर ठहरा करता था। उस कुएं की पहचान ही सुल्ताना डाकू के ठिकाने के तौर पर बन गई। नवाब नजीमुद्दौला से जीता नजीजाबाद का वो शानदार किला हो या फिर उत्तराखंड में आने वाला कुंआ, आखिर किस हाल में है ? इस सवाल के जवाब के साथ ही आपको हमारी आज की इस वीडियो में मिलेगी सुल्ताना डाकू की कहानी और पता चलेगा की कैसे अंग्रेजों को छका देने वाला ये डाकू फांसी के फंदे तक पहुंचा। तो देर किस बात की नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें और जानिए सुल्ताना डाकू की हुकूमत-ए-दास्तां।
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