पाकिस्तान के बारे मे अब दुनियाभर में ये आम राय कायम हो चुकी है कि पाकिस्तान आतंक की फैक्ट्री है। पाक आतंकवादी अली बाबर को सेना के जवानों ने 26सितंबर को उरी से पकडा था। वह भारत में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहा था। और अब उसने अपने कबूलनामे में पाकिस्तान और ISI दोनों की पोल खोल दी है। पूछताछ में अली बाबर ने कबूला है कि वह पाकिस्तान से हथियार सप्लाई करने भारत आया था। इतना ही नहीं उसने पाकिस्तान की पोल खोलते हुए साफ कहा है कि उसे भारत आने के लिए ISI ने रुपयों का लालच दिया था और पाकिस्तानी सेना ने उसे ट्रेनिंग भी दी थी। उसने बोला, 'मुझे 20,000 रुपये एडवांस मिले थे और मेरे परिवार को भी 30,000 रुपये दिए गए थे।
जानकारी के मुताबिक, उसे पाकिस्तान के गढी हबीबुल्लाह में ट्रेनिंग मिली थी। बाबर को पट्टन इलाके में हथियार पहुंचाने का जिम्मा मिला था। यह भी हो सकता है कि बाबर का काम सिर्फ हथियार पहुंचाने तक ही सीमित न हो बल्कि किसी बडी आतंकी घटना को अंजाम देने के प्लान का भी हिस्सा हो।
सुरक्षाबलों ने यह भी बताया है कि आतंकी पिछले दस दिनों से उरी के पास मौजूद एक नाले में छिपा था। फिर इसे ढूंढकर जिन्दा पकड़ा गया। बाबर को सुरक्षाबलों ने लश्कर ए तैयबा का आतंकी बताया है। उसके पास से AK-47 राइफल जैसे कुछ खतरनाक हथियार मिले हैं।
पाकिस्तान की तरफ से जिंदा पकड़ा गया आतंकी अली बाबर कसाब के बाद पाकिस्तान की नापाक हरकतों का जीता जागता सबूत है। ये सबूत है कि पाकिस्तान कैसे आतंकियों के सहारे कश्मीर में अशांति और भारत में दहशतगर्दी को बढ़ाना चाहता है।
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