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Writer's pictureRai Shumari

कांग्रेस में बागी नेताओं की घर वापसी पर क्यों उठ रहें हैं सवाल, चुनाव में बढ़ सकती हैं मुश्किलें

Updated: Oct 16, 2021

2022 के विधानसभा चुनाव से पहले कांग्रेस पार्टी के भीतर गुटबाजी देखने को मिल रही है. उत्तराखंड में कांग्रेस में बागी नेताओं की घर वापसी पर सवाल उठ रहें हैं. इन सवालों को लेकर कांग्रेस में नेताओं के बीच खेमेबाजी देखने को मिल रहा है, जानिए क्या है पूरा मामला...

जहां एक ओर उत्तराखंड में कांग्रेस, पार्टी के अंदर एकजुटता के लिए प्रयासरत है, वहीं प्रदेश में बागी नेताओं की घर वापसी के सवाल पर कांग्रेस नेताओं में खेमेबाजी होने लगी है. इस खींचतान से कांग्रेस को बड़ा झटका लग सकता है और खेमेबाजी से कांग्रेस को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है.

उत्तराखंड के पूर्व कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने एक बार फिर से कांग्रेस का दामन थाम लिया. यशपाल आर्य की कांग्रेस में वापसी के बाद उत्तराखंड विधान सभा चुनाव से पहले कई नए चेहरे शामिल होने की अटकले लगाई जा रही हैं. इनमें वो भी नेता शामिल हैं जो कांग्रेस छोड़कर जा चुकें थे और 2016 में हरीश रावत की सरकार गिराने के पीछे उन बागी नेताओं का हाथ था.

ऐसे ही देहरादून के रायपुर से बीजेपी विधायक उमेश शर्मा को लेकर भी सियासी भूचाल मचा हुआ है. जानकारी के मुताबिक वह दोबार कांग्रेस में जाना चाहते थे लेकिन उनको कांग्रेस में एंट्री नहीं मिली. इस मामले को लेकर बीजेपी विधायक उमेश शर्मा ने सफाई देते हुए कहा कि मैं वहीं काम करुंगा, जो मेरा हाईकमान मुझे करने के लिए कहेगा.

उन्होने आगे यह भी कहा कि वह उत्तराखंड में बीजेपी के संकटमोटन है और बीजेपी पार्टी छोड़ने वाले नेताओं को रोकने के लिये प्रयासरत हैं.

बीजेपी के पूर्व मंत्री यशपाल आर्य अपने पुत्र संजीव सहित नई दिल्ली में कांग्रेस में शामिल हो हुए थे. तभी यह अटकले लगाई जा रही थी कि बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं.


घर वापसी पर कांग्रेस नेताओं में गुटबाजी

राजनीतिक सुत्रों के मुताबिक कांग्रेस में एक गुट के नेताओं का कहना है कि जब तक पार्टी में दोबारा शामिल होने वाले नेता हरीश रावत को अपना नेता नहीं मानते तब तक उनका पार्टी में आना आसान नहीं होगा.

जबकि दूसरे गुट के नेताओं का मिजाज और तेवर अलग है. उनका मानना है कि कांग्रेस पार्टी में कौन वापस आ सकता है और कौन नहीं इसका अधिकार पार्टी में आलाकमान के सिवा किसी और को नहीं है. यह हाईकमान ही तय करेगा कि पार्टी में कौन नेता आएगा. जो नेता कांग्रेस पार्टी के हित में काम करेगा उसकी राह जरुर आसान होगी.


हम सत्ता से केवल एक कदम दूर – हरिश रावत

कांग्रेस में बागियों के घर वापसी पर उत्तराखंड के पूर्व सीएम हरिश रावत ने कहा, कांग्रेस में यदि राजनीतिक रूप से रिवर्स पलायन की स्थिति आ रही है तो इसका श्रेय हमारे उन नेतागणों और कार्यकर्ता साथियों को जाता है, जिन्होंने साढ़े चार साल के निरंतर संघर्ष के बाद श्री गणेशाय नम: किया है. अब कांग्रेस इस स्थिति में आई है कि लोग कांग्रेस में शामिल होने की बात कर रहे हैं. कार्यकर्ता साथियों को थोड़ा और जोर लगाना होगा। हम सत्ता से केवल एक कदम दूर हैं.


कांग्रेस पार्टी के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं – प्रीतम

सिंह

कांग्रेस नेता प्रीतम सिंह ने कहा, कांग्रेस पार्टी के दरवाजे सभी के लिए खुले हैं. कौन आएगा और कौन नहीं, यह तय करने का अधिकार पार्टी हाईकमान सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी को है. शीर्ष नेतृत्व इस परिप्रेक्ष्य में जो भी निर्णय लेगा वह मुझे मंजूर होगा.

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